टैटू के जरिए पहुंची पुलिस अज्ञात मृतक तक 48 घंटे में अंधे हत्याकांड का पर्दाफाश किया सोहागपुर पुलिस ने
हाथ पर मिले टैटू के जरिए हुई अज्ञात मृतक की पहचान 48 घंटे में पुलिस ने किया पुनीत तिवारी हत्याकांड का खुलासा
प्रेमिका के साथ मिलकर नाबालिक साले ने रचा था हत्या का षड्यंत्र
# त्रिकोणी प्रेम कहानी बनी हत्या का सबब
सोहागपुर/ नीलम तिवारी
विगत 27 नवंबर 2022 को कृषि उपज उप मंडी परिसर में जिस युवक का कत्ल हुआ था।
उसकी पहचान करना पुलिस के लिए एक चुनौती बन चुकी थी किंतु जब सोशल मीडिया के जरिए उसके फोटो के माध्यम से पहचान करने का प्रयास किया गया तो बुधनी थाने से मिली जानकारी के मुताबिक
उसकी पहचान हत्या के दूसरे दिन पुनीत तिवारी उर्फ पुन्नी निवासी आंचलखेड़ा के रूप में हुई ।
मंगलवार को एसडीओपी मदन मोहन समर एवं टीआई प्रवीण चौहान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर पुनीत तिवारी हत्याकांड का खुलासा किया ।
एसडीओपी ने पत्रकारों के बीच कहा पुनीत की हत्या उसके नाबालिक साले ने अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर षडयंत्र पूर्वक की है। इसमें नाबालिक साला, प्रेमिका नूरजहां उर्फ अनन्या निवासी गांधीवार्ड सोहागपुर, राजू उर्फ राजेंद्र रघुवंशी निवासी नवलगांव तथा लक्की कहार आरोपी बनाए गए हैं।
पुलिस ने पुनीत तिवारी की षडयंत्र पूर्वक की गई हत्या के मामले में उक्त आरोपियों के खिलाफ भादवि की धारा 302, 201, 120 बी एवं 25 आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया है।
सभी आरोपियों को न्यायालय पेश किया गया। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
एसडीओपी मदन मोहन समर ने बताया इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में पुलिस अधीक्षक गुरु करण सिंह का मार्गदर्शन मिला। इसी के साथ सोहागपुर थाना स्टाफ के टीआई प्रवीण चौहान ,एसआई विपिन पाल, धर्मेंद्र वर्मा, मेघा उदैनिया , एएसआई जी एस ठाकुर, प्रधान आरक्षक प्रकाश चौहान, आरक्षक मोहसिन खान, गुरु पवार ,अनिल , रोहित सुनील, मनोज जायासवाल आदि की प्रमुख भूमिका रही ।
मृतक ने किया था आरोपी साले की बहन से प्रेम विवाह #
मृतक पुनीत तिवारी ने सोहागपुर के राजाराम गोस्वामी की बेटी अंजू गोस्वामी के साथ प्रेम विवाह किया था। यह विवाह घरवालों की मर्जी के खिलाफ हुआ था। अंजू की मां कृष्णा की ओर से तत्कालीन समय में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। तब तक अंजू और पुनीत ने कोर्ट मैरिज कर ली थी। बताया जा रहा है कि अंजू का 9 माह का एक बेटा है। इसी वजह से पुनीत की ससुराल वालों से नहीं बनती थी। शादी के बाद पुनीत अंजू के साथ मारपीट भी करता था एवं अंजू के बेटे को बेच देने की धमकी देता था।इस बात को लेकर उसका छोटा नाबालिक साला खिन्न था। इसी के साथ अंजू का बड़ा साला मुकेश एक एक्सीडेंट में मारा गया था लेकिन ससुराल वालों को यह शक था कि पुनीत ने ही मुकेश की हत्या की है। इस बात को लेकर नाबालिक साले के मन में पुनीत से बदला लेने की भावना आ गई थी।
प्रेमिका के साथ मिलकर नाबालिक साले ने रचा था हत्या का षड्यंत्र #
नाबालिक साला अपने जीजा मृतक पुनीत से बदला लेना चाहता था ।इसके लिए उसने अपनी प्रेमिका नूरजहां उर्फ अनन्या पिता मुबारक शाह 22 वर्ष के साथ मिलकर पुनीत को ठिकाने लगाने की साजिश रची। मृतक पुनीत शराब पीता था था था चारित्रिक रूप से कमजोर था वह महिलाओं एवं लड़कियों के प्रति जल्दी आकृष्ट हो जाता था। पुलिस ने बताया आरोपी नाबालिक साले ने अपनी प्रेमिका नूरजहां से कहा पुनीत को अपने प्रेम जाल में फसाओ। फिर आरोपी साले की प्रेमिका नूरजहां मृतक पुनीत से मोबाइल पर प्रेम भरी बात करने लगी तथा अंतरंग संबंध बनाने का भी कहती रहती थी हालांकि पुनीत सोहागपुर नहीं आता था। पुलिस ने बताया घटना दिनांक को नूरजहां ने पुनीत को अपने प्रेम का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाने के लिए सोहागपुर बुलाया था तथा 20 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की बात पुनीत से कही थी। मोबाइल पर पुनीत से बात करते समय नूरजहां ने कॉन्फ्रेंस कॉल का उपयोग किया था ताकि नाबालिक आरोपी एवं राजू को पूरी बात की जानकारी हो जावे। इसके लिए रेलवे पुल के निकट का सुनसान स्थान तय किया गया था। पुनीत उस स्थान पर पहुंचा लेकिन अंधेरे में अपने साले को पहचान लिया और वहां से भाग निकला बाद में राजू ने फोन कर पुनीत को मंडी में आकर शराब पीने का आमंत्रण लकी को पहुंचाकर दिया और रात में घर ले जाने की बात कही। पुलिस के अनुसार पुनीत एवं राजू का व्यवहार ऊपरी तौर पर सामान्य था। पुनीत मंडी परिसर में शराब पी रहा था उसी समय नाबालिक साला , दोस्त राजेंद्र उर्फ राजू रघुवंशी बका लेकर उपमंडी पहुंच गए और पुनीत पर हमला कर शव को झाड़ियों के पास फेंक दिया। खून के निशान छिपाने के लिए आरोपियों ने उस पर रेत मिट्टी डाल दी थी।आरोपियों ने लाश की शिनाख्त ना हो सके इसलिए मृतक पुनीत का मोबाइल पर्स भी निकाल लिया।
त्रिकोणी प्रेम की कहानी बनी हत्या की वजह #
नाबालिग आरोपी के मित्र राजू उर्फ राजेंद्र रघुवंशी की नजर भी शादी से पहले से ही अंजू पर थी। उसका नाबालिक के घर आना जाना था। इसी बीच पुनीत ने अंजू से शादी कर ली थी। अंजू के साथ पुनीत मारपीट करता था लेकिन राजेंद्र रघुवंशी की अंजू के साथ सहानुभूति थी इसकी वजह से वह चाहता था कि किसी प्रकार से पुनीत रास्ते से हट जाए और अंजू उसको अपनी पत्नी के रूप में मिल जाए। इसने ही पुनीत के नाबालिक साले को भड़काया और पूरा षड्यंत्र तैयार किया था।पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी राजेंद्र रघुवंशी ने ही पुनीत पर क्रूरतापूर्वक बका से वार किए थे।
चौथे आरोपी लकी कहार की भूमिका के बारे में पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया जब पुनीत रेलवे पुल के पास से भागकर पुराने बस स्टैंड पर बैठा था तब लकी कहार को ही राजू एवं नाबालिक साले ने मंडी में लाने के लिए भेजा था तथा अपनी योजना में शामिल किया था। इस दौरान लकी कहार ने भी पुनीत के साथ शराब पी थी तथा मृतक के हाथ हत्या के समय पकड़े थे।
फिल्मी अंदाज में पुलिस ने पकड़ा राजू को #
पुनीत की हत्या करने के बाद हत्या में प्रयोग हुए हथियार पर्स, मोबाइल आदि सामग्री राजू के घर नवल गांव में भूसे के अंदर छुपा कर रखी गई थी पुलिस ने आरोपियों से हत्या में प्रयोग में हथियार सहित अन्य सामग्री जप्त कर ली है ।आरोपी राजू की तलाश में पुलिस पिपरिया पहुंची तो पुलिस को देख कर राजू बीच बाजार में भाग खड़ा हुआ । जहां पुलिस ने फिल्मी अंदाज में राजू को बीच बाजार से घेराबंदी कर दौड़ कर पकड़ा है।