आदिवासी महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की पहल
महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन स्थल परियोजना के अंतर्गत
पारंपरिक आदिवासी लोक नृत्य प्रशिक्षण का शुभारंभ
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सोहागपुर । मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा संचालित महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन स्थल परियोजना के अंतर्गत महिलाओं के द्वारा महिला पर्यटको को केसे एक सुरक्षित वातावरण दिया जायेगा उसका प्रयास किया जा रहा है पर्यटन ग्राम छेड़का एवं ढाबा मे महिलाओं के लिए शिविर का हाल ही में शुभारंभ हुआ।
एक जिला एक उत्पाद के अंतर्गत नर्मदा पुरम जिले में लोक संस्कृति एवं परंपरा का प्रचार प्रसार किया जा रहा है जिसके माध्यम से मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड के सहयोगी संस्थान “इंडियन ग्रामीण सर्विसेस” द्वारा मढई पर्यटन स्थल में महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने और संस्कृति संरक्षण के उद्देश्य से पारम्परिक नृत्य का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
आई जी एस के पचमढ़ी संकुल प्रमुख ने बताया कि महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के उद्देश्य से इस प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया छेड़का एवं ढाबा गांव में ग्रामीण पर्यटन के द्वारा होमस्टे बनाया जा रहा है जिसके माध्यम से आने वाले पर्यटकों को ग्रामीण क्षेत्रो की लोक संस्कृति एवं कला से अवगत कराया जाएगा एवं इसके माध्यम से महिलाओं को लोकनृत्य का प्रशिक्षण देकर रोजगार दिलाया जा रहा है ।
प्रशिक्षण का शुभारंभ टेकापार पंचायत के सरपंच पूजा अहिरवार जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के परियोजना प्रबंधक मनोज सिंह ठाकुर के द्वारा सरस्वती पूजन करके क्या गया
कार्यक्रम मैं मास्टर ट्रेनर इंद्रलोक पांडे एवं संजय पांडे के द्वारा महिलाओं को हतम नृत्य संगीत के बारे में विस्तार रूप से सांझा किया गया
कार्यक्रम में इंडियन ग्रामीण सर्विसेज के संतोष कुमरे छेड़का गांव के रेवती धुर्वे सुषमा धुर्वे आरती ढाबा गांव से चंद्रकला उइके शारदा बाई , प्रिया आदि उपस्थित रहे