पश्चिमी देशों में चंद्रग्रहण: जब चंद्रमा मनाएगा ‘खगोलीय होली’

सोहागपुर। जब भारत में लोग होली के रंग और गुलाल से सराबोर होंगे, उसी समय पश्चिमी देशों में आकाश में चमकता चंद्रमा भी लालिमा धारण कर ‘खगोलीय होली’ खेलता नजर आएगा। यह अद्भुत नजारा पूर्ण चंद्रग्रहण का होगा, जो ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी यूरोप, अफ्रीका, दक्षिणी अमेरिका, पूर्वी एशिया और अंटार्कटिका में देखा जा सकेगा।
ग्रहण का समय और अवधि:
नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने जानकारी दी कि भारतीय समयानुसार चंद्रग्रहण का आरंभ प्रातः 9 बजकर 27 मिनट 28 सेकंड पर होगा और दोपहर 3 बजकर 30 मिनट 09 सेकंड पर समाप्त होगा। हालांकि, भारत में दिन का समय होने के कारण यह खगोलीय घटना दिखाई नहीं देगी।
पूर्ण चंद्रग्रहण के दौरान चंद्रमा का रंग तांबिया (लाल) होगा। सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी के आ जाने से चंद्रमा पर सूर्य का प्रकाश नहीं पहुंच पाएगा, जिससे चंद्रमा पर ग्रहण लगेगा।

खास बातें:
- कुल ग्रहण अवधि: 6 घंटे 3 मिनट
- पूर्ण ग्रहण अवधि: 1 घंटे 5 मिनट
- आंशिक ग्रहण अवधि: 2 घंटे 33 मिनट
- पूर्ण ग्रहण का आरंभ: 11 बजकर 56 मिनट 06 सेकंड
- पूर्ण ग्रहण समाप्ति: 01 बजकर 01 मिनट 26 सेकंड
- ग्रहण समाप्ति: 3 बजकर 30 मिनट 09 सेकंड
भारत में अगला चंद्रग्रहण:
सारिका ने बताया कि अगर भारत में चंद्रग्रहण देखना चाहते हैं तो 7 सितंबर तक इंतजार करना होगा। उस दिन 1 घंटे 22 मिनट का पूर्ण चंद्रग्रहण देखने को मिलेगा।
इस खगोलीय होली के अद्भुत नजारे को देखने के लिए पश्चिमी देशों के लोग बेहद उत्साहित हैं।