मैनिट भोपाल का आतंक टी 421 चूरना पहुंचा बाघ का पिंजरे में कैद होना देश की पहली घटना बता रहा है प्रबंधन
जल्द ही बाघिन की भी होगी आमद
बाघ संजय राष्ट्रीय उद्यान भी भेजा जा सकता है
सोहागपुर । पिछले लगभग दो हफ्तों से दहशत और आतंक का सबब बन कर मीडिया की भी सुर्खियां बने भोपाल के मेरिट परिसर और उसके आसपास की रिहाईशो में घूम रहे बाघ टी 421 की आमद कल रविवार शाम चूरना में हो चुकी है ।
इसे सतपुड़ा टाइगर रिजर्व का प्रबंधन उपसंचालक संदीप फिरोज की सरपरस्ती में भोपाल से लेकर सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के चूरना लेकर आया
फिलहाल उसे कालर आईडी लगाकर बाड़े में छोड़ दिया गया है
कुछ दिन उसकी मॉनिटरिंग की जाएगी फिर उसे घने जंगलों में छोड़ा जाएगा । या फिर कहीं और भेज दिया जाएगा संभावना संजय राष्ट्रीय उद्यान की बतलाई जाती है
एस टी आर के संचालक एल कृष्णमूर्ति ने बताया कि 5 वर्षीय इस बाघ को बकरी का लालच देकर पिंजरे में कैद किया गया यह देश में अपने तरह की पहली घटना है अन्यथा हाथियों से
घेरकर ट्रेकुलाईज किया जाता था फिर कहीं जाकर जंगलों में छोड़ा जाता था ।
इस बार इसे बकरी का लालच देकर पिंजरे में कैद किया गया और बाद में बेहोश करके यहां लाया गया होश में आने पर बाड़े में छोड़ा गया है ।
उपसंचालक संदीप फैलोज के मुताबिक शीघ्र ही वहां मैनपाट मे घूम रही दूसरी बाघिन भी सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की मेहमान होगी ।
उल्लेखनीय है कि यहां पर पहले ही लगभग 50 बाघ है अब इनकी संख्या 51 और बाघिन के आने पर 52 हो जाएगी ।
बहरहाल फिलहाल सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में बाघों की बढ़ती संख्या प्रबंधन और पर्यटकों की भी खुशी का सबब बन चुकी है ।