विलुप्त प्राय: गिद्ध प्रजाति के संरक्षण और संवर्धन हेतु सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में हुई गणना
विलुप्त होती गिद्ध प्रजाति के संवर्धन और संरक्षण के सिलसिले में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के 186 बीटों में
300 कर्मचारियों ने वॉलिंटियरों के साथ की गणना
287 गिद्द मिले
सोहागपुर । विलुप्तप्राय गिद्ध प्रजाति की संख्यासतपुड़ा टाइगर रिजर्व में बढ़ रही है। 29 अप्रैल से 1 में तक की गई गणना में यह आंकड़े उभर कर सामने आए हैं
समूचे सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में सोमवार से बुधवार तक एसटीआर के सभी बीटों में की गई गणना में 287 गिद्ध चिह्नित हुए हैं। जबकि पिछले वर्ष में इनका आंकड़ा 200 था
पिछले तीन दिन की गणना में लगे लगभग 300 कर्मचारियों ने अपना डेटा मुख्यालय को सौंप दिया है।
जानकारी के मुताबिक पूर्वी, पश्चिमी पचमढ़ी, देनवा, चूरना, बोरी के जगलों की 186 बीटों में गिद्धों की
गणना की गई थी।
इस दौरान देशी गिद्ध, सफेद गिद्ध, चमर गिद्ध और राज गिद्ध जैसी प्रजातियों के 287 गिद्द मिले हैं
टीम ने पूर्व से चिन्हित गिद्ध आवास स्थलों एवं घोसलों पर जाकर गिद्धों की प्रजाति की गणना की
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में सोहागपुर अनुविभाग के एसडीओ अंकित जामोद ने बताया कि
जिले में 287 गिद्दे मिले हैं इनमें से 220 वयस्क और 22 अवयस्क है
उल्लेखनीय है कि सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में 29 अप्रैल से लेकर 1 मई तक गिद्धों की गणना का अभियान चला जिसमें मढई क्षेत्र में 14 वॉलिंटियरों ने स्टाफ के साथ जाकर गिद्धों के विभिन्न रिहाइशों पर पहुंच कर उनकी गणना की। कहीं यह बैठै दिखे तो कहीं यह उड़ते दिखलाई पड़े ।
बताया गया है की गणना कार्यों में भोपाल होशंगाबाद पिपरिया इटारसी खरगोन आदि से वॉलिंटियरों ने शिरकत की
उल्लेखनीय है कि गिद्धों की प्रजाति के संवर्धन और संरक्षण के लिए सभी टाइगर रिजर्वो में गिद्धों की गणना कराई जा रही है
बागरा बाफर के रेंजर विजय बारस्कर के मुताबिक
सोहागपुर बागरा दोनों रेंज में गिद्धों की गणना में स्टाफ वॉलिंटियरों के साथ लगा रहा ।