नहीं रहे वन और वन्य प्राणियों के सबसे बड़े खैरख्वाह “चाचा सैयद इलियास” कल अंतिम संस्कार
पशु पक्षियों की पहचान को लेकर लड़ाई अदालतों मे भी लड़ते रहें ।
कल निकलेंगे अंतिम यात्रा पर
सोहागपुर । वन और वन्य प्राणियों के सबसे बड़े खैरख्वाह चाचा इलियास ने 90 वर्ष की आयु में वृद्धावस्था और अस्वस्थता के चलते कल इस फानी दुनिया को अलविदा कह दिया उन्होंने अपने पुश्तैनी घर में अंतिम सांसे ली ।
वे होशंगाबाद नरसिंहपुर संसदीय क्षेत्र के प्रथम सांसद सैयद अहमद मूसा के भतीजे थे स्वतंत्रता संग्राम को भी उन्होंने नजदीकी से महसूसा था ।
वन और वन्य प्राणी जीवन और पर्यावरण को समर्पित उनका सारा जीवन रहा
पशु पक्षियों से उन्हें बेहद प्रेम और लगाव रहा उनके संरक्षण की लड़ाई वे अदालतों तक में लड़ते रहे उनकी सुरक्षा संरक्षण और पहचान के लिए उन्होंने हर संभव प्रयास किए ।
उनके ऐसे ही प्रयासों के परिणाम स्वरूप वन विभाग को वन्य प्राणियों की लोकेशन उजागर नहीं करने देने जैसी अधिसूचना भी जारी करनी पड़ी ।
पाठ्य पुस्तकों में पशु पक्षियों के गलत चित्रों के प्रकाशन और पहचान बताने के खिलाफ भी वे अदालतों में गए उनका मानना था कि
आज की पीढ़ी को अगर हम पशु पक्षियों और पेड़ पौधों की सही पहचान नहीं बताएंगे तो यह रक्षा किसकी करेंगे ।
जंगलों में बढ़ते टूरिज्म और रात्रि कालीन पर्यटन के वे काफी खिलाफ थे उन्होंने इस संबंध में उच्च स्तर तक खतो- किताबत की ।
समाज सेवा और क्रियाकलापों में उनका समर्पण देखते ही बनता था पारिवारिक परामर्श केंद्र के भी सम्मानीय बुजुर्ग परामर्शदाता के उनके प्रयासों से कई टूटते परिवार बसें और कई टूटे परिवार जुड़े ।
इस सिलसिले में उन्हें पुलिस महानिरीक्षक द्वारा विशेष रुप से नवाजा भी गया था ।
इलियास साहब के फिल्मी दुनिया से भी गहरे ताल्लुकात थे मशहूर फिल्म अभिनेत्री मीना कुमारी और कमाल अमरोही से उनके पारिवारिक रिश्ते थे तो राकेश रोशन और उनके बेटे ऋतिक रोशन को उन्होंने गोद में भी खिलाया था ।
आज सोहागपुर में 11 उनका अंतिम संस्कार बड़े रेलवे पुल के पास उनके खानदानी कब्रिस्तान में किया जाएगा