मनीष शंकर शर्मा के निधन से सोहागपुर भी शोक संतप्त परिजनों के अलावा विधायक भी पहुंचे भोपाल अपनी सेवाओं से किया देश और प्रदेश को गौरवान्वित अमेरिका के सैन डिएगो में मनाया जाता है मनीष शंकर शर्मा दिवस

सोहागपुर । मध्य प्रदेश के सीनियर IPS मनीष शंकर शर्मा के निधन की खबर से सोहागपुर में भी शोक व्याप्त रहा। उनके नाते रिश्तेदारों के समाज के लोग भी रहे शोक संतप्त
उनके चाचा पंडित गिरजा शंकर शर्मा और सीता चरण शर्मा इस क्षेत्र के विधायक रहे हैं ।
जानकारी मिलते ही नाते रिश्तेदार और समर्थक अंतिम संस्कार में शामिल होने भोपाल पहुंचे। सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह राजपूत ने भी अंतिम संस्कार में शिरकत की

ज्ञातव्य है कि श्री शर्मा के पिता कृपा शंकर शर्मा मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव रह चुके है ।
IPS मनीष शंकर शर्मा 1992 बैच के पुलिस अधिकारी थे। वे नर्मदापुरम के रहने वाले थे।
उन्होंने मध्य प्रदेश के रायसेन, सतना, खंडवा और छिंदवाड़ा में एसपी के रूप में काम भी किया था। उन्होंने साल 1997-1998 तक UN मिशन के तहत बोस्निया और हर्जेगोविना में सेवायें दीं।
इसके आलावा वे एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सुरक्षा निदेशक और टी – बोर्ड ऑफ इण्डिया के निदेशक रहे वर्तमान में वे स्पेशल डीजी रेल थे

वे पूर्व मुख्य सचिव कृपाशंकर शर्मा के बेटे थे।मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष रहे डॉ. सीताशरण शर्मा और विधायक गिरजा शंकर शर्मा उनके चाचा है मनीष शंकर शर्मा इलाज के लिए दिल्ली गए हुए थे वहीं उन्होंने अंतिम सांस ली।
मनीष शंकर शर्मा का अंतिम संस्कार आज भोपाल के भदभदा विश्राम घाट में किया गया । पुलिस द्वारा घर पर और विश्रामघट पर उन्हें गार्ड आफ आनर दिया गया अंतिम यात्रा उनके चार इमली स्थित आवास से निकाली गई

बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिकों सहित विशिष्ट अति विशिष्ट व्यक्तियों और शासकीय अधिकारियों कर्मचारियों ने अंतिम संस्कार में शमिल होकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए इटारसी होशंगाबाद सोहागपुर शोभापुर पिपरिया से भी बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। सोहागपुर से उनके निकट वर्ती रिश्तेदार हर्ष कुमार पालीवाल आयुष पालीवाल कृष्ण पालीवाल गौरव पालीवाल जानकारी मिलते ही अंतिम संस्कार में शामिल होने भोपाल पहुंचे
मनीष शंकर शर्मा दिवस
उल्लेखनीय है कि मनीष शंकर शर्मा को कैलिफोर्निया के सैन डिएगो में विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
सैन डिएगो के मेयर केविन एल फॉकनर ने 20 जुलाई को उन्हें सम्मानित करते हुए इस दिन को प्रति वर्ष ‘मनीष शंकर शर्मा दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा की थी।
