पंचतत्वों में विलीन होने के बाद नर्मदा जी की अतल गहराईयों में समाए स्पेशल डी जी मनीष शंकर शर्मा

आखिरकार नर्मदा जी की अतल गहराइयों में समा गए मध्य प्रदेश विशैष महा निदेशक पुलिस (रेल)मनीष शंकर शर्मा । जहां उनका बचपन बीता और पीढ़ियां परवान चढ़ी उसी नर्मदा जी में वे जलमग्न हो गए ।

सोमवार तड़के उनका दिल्ली के एक निजी अस्पताल में हृदय गति रुकने से निधन हो गया था सोमवार को ही दोपहर में भोपाल के भदभदा विश्राम घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया मुखाग्नि उनके पुत्र यशस्वी और तेजस्वी ने दी ।

इससे पहले पुलिस बैंड ने मातमी धुन बजा कर हवाई फायर के साथ गार्ड आफ आनर दिया।
कल अर्थात मंगलवार दोपहर उनका अस्थि विसर्जन पर्यटन घाट से नर्मदा जी में किया गया ।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में रिश्ते नातेदार प्रिय जन और परिजन उपस्थित थे ।

स्वर्गीय मनीष शंकर शर्मा के पिता कृपा शंकर शर्मा मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव रह चुके है मां स्वर्गीय शकुंतला शर्मा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रही है बड़े चाचा पंडित भवानी शंकर शर्मा जिला पंचायत अध्यक्ष और मंझले चाचा पंडित गिरजा शंकर शर्मा इटारसी होशंगाबाद के विधायक और छोटे चाचा डाक्टर सीताशरण शर्मा विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं और वर्तमान में इटारसी होशंगाबाद के विधायक हैं । छोटे भाई आशीष के अलावा चचेरे भाई पीयूष शर्मा अरूण और वैभव शर्मा की सामाजिक और व्यावसायिक पृष्ठभूमि है ।

विश्व स्तर पर किया नाम रोशन कई पुरस्कारों से नवाजे गए
मनीष शंकर शर्मा ने पुलिस में सेवाऐं देते हुए अपने कृतित्व के जरिए अपने 58 वर्षीय जीवन काल में वैश्विक ख्याति अर्जित की थी।
उन्होंने पुलिस महकमे में रहते हुए अपने नवाचारों से मध्य-प्रदेश और देश में अपनी निराली पहचान बनायी थी।
प्रदेश और देश का नाम विश्व स्तर पर रोशन करने वाले दबंग आईपीएस अफसर मनीष शर्मा 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी थे उन्होंने अपने कामों के जरिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी ख्याति प्राप्त की थी।
उन्हें अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य के सैन डिएगो शहर में विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।सैंन डिएगो में 20 जुलाई को मनाया जाता है

सैंन डिएगो में 20 जुलाई को मनाया जाता है मनीष शकर शर्मा दिवस
सैन डिएगो के महापौर केविन एल. फॉकनर ने 20 जुलाई को उन्हें सम्मानित करते हुए इस दिन को हर साल ‘मनीष शंकर शर्मा दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा की थी।
इसके अलावा, उन्हें यूएस हाउस ऑफ रिप्रिजेंटेटिव्स का सर्टिफिकेट ऑफ स्पेशल कांग्रेसनल रिकग्निशन भी प्रदान किया गया था।
मनीष शंकर शर्मा ने इंदौर के डेली कॉलेज से शिक्षा प्राप्त की और एमबीए की डिग्री बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ पिलानी से हासिल की। उन्होंने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल सिक्योरिटी, काउंटर टेररिज्म एंड पब्लिक पॉलिसी में मास्टर्स डिग्री भी प्राप्त की।

चार महाद्वीपों में दी सेवाएं वैश्विक आतंकवाद पर लिखी पुस्तक
अपने 31 वर्ष के करियर में उन्होंने दुनिया के चार महाद्वीपों में सेवाएं दीं। वैश्विक आतंकवाद पर लिखी गई पुस्तक ‘ग्लोबल टेररिज्म-चैलेंजेस एंड पॉलिसी ऑप्शंस’ में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। इस पुस्तक में योगदान देने वाले वे एकमात्र भारतीय लेखक थे।

मनीष शंकर शर्मा ने मध्य प्रदेश के रायसेन, सतना, छिंदवाड़ा और खंडवा जिलों में यादगार एवं अनुकरणीय एसपी के रूप में अपनी सेवाएँ दी।