तीन जंगली सुअरों के शिकार के मामले में तीन भाई वन अमले की गिरफ्त में ।
जंगल से ज्यादा मैदानी इलाकों में नहरों और नदी के किनारे हो रहा है वन प्राणियों का शिकार
जंगली सूअर के तीन शिकारियों को मांस और औजारों सहित किया गिरफ्तार ।
सोहागपुर। जंगलों से कहीं ज्यादा शिकार नर्मदा और नेहरों के किनारे हो रहा है क्योंकि हिरण मोर सांभर और कई वन्य प्राणी नदी और नहरों के किनारे अपनी प्यास बुझाने आते हैं और शिकारी के हत्थे चढ़ जाते हैं । कुछ इसी तरह हीरापुर नहर के नजदीक जाल लगाकर तीन जंगली सुअरों का शिकार किया गया ।
बताया गया है कि मुखबिर से मिली जानकारी के बाद
सामान्य वन के अधिकारियों व कर्मचारियों ने ग्राम गोपालपुर से जंगली सूअर के शिकार के आरोपियों को पकड़ा है। तीन आरोपियों से जंगली सूअर का मांस व हवियार जब्त किए हैं।
सामान्य वन क्षेत्र के रेंजर सुमित पांडे के मुताबिक मुखबिर से मामले की सूचना मिलने के बाद 14 अप्रेल को वन संरक्षक अनिल शुक्ला, वन मडलाधिकारी मयंकसिंह गुर्जर, संयुक्त वन मंडलाधिकारी रचना शर्मा के मार्गदर्शन में कार्रवाई प्रारंभ की गई।
वनपाल राजेंद्र भिलाला, वनरक्षक राजेश अग्रवाल, मोहित साहू, रोहित पटेल, राघवेंद्र कटारे आदि का दल गठित कर डॉग स्कॉड को भी नर्मदापुरम से बुलाया। दल ग्राम गोपालपुर पहुंचा। जहां सर्चिग दौरान बाईक क्रमांक एमपी 05 एमजेड 4254 के पिछले हिस्से में खून के निशान दिखाई दिए। जिसे सूंघकर खोजी श्वान टीना की सहायता से बरामद की की गई
वह दल को लेकर आरोपी कमोदा सपेरा के घर पहुंची। जहां एक बर्तन में एक किलो मांस पकते हुए जब्त किया। लेकिन आरोपी कमोदा सपेरा मौके पर नहीं मिला।
तत्पश्चात 15 अप्रैल को दल ने कमोदा को उसके गांव से पकड़ा। पूछताछ में उसने बताया कि उसने अपने दो और भाईयों रामसिंह एवं कुत्रू की सहायता से ग्राम हीरापुर की नहर के पास जाल लगाकर तीन जंगली सूअरों का शिकार किया था।
वन विभाग की दबिश से पूर्व आरोपी एवं उसके भाई ने जंगली सूअर का मांस गोपालपुर की नदी में रेत के नीचे गाड़ दिया था। आरोपियों से चार पीढ़ियां में रखा जंगली सूअर का लगभग 50 किलो मांस और औजार जप्त किया आरोपी कमोड़ा राम सिंह और कुन्नू के खिलाफ वन संरक्षण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है ।
पता चला है कि नवरात्रि के पश्चात दसवीं की पूजा के सिलसिले में उक्त शिकार किया गया था किंतु मुखबिरी के चलते मामला पकड़ में आ गया ।