4 माह बाद खुले विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थली मढ़ई के गेट प्रवेश के साथ ही घूमते बाघ के हुए दीदार पर्यटकों का पुष्पहारों से किया स्वागत भेंट किए पौधे
सोहागपुर । गत दिवस सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान की सोहागपुर स्थित मढई के गेट 4 महीने बाद खुले मढई में सुबह से ही पर्यटकों का तांता लग चुका था ।
पर्यटकों का स्वागत पुष्प मालाओं से एस टी आर की डिप्टी डायरेक्टर पूजा नागले ने स्टाफ सहित किया
इस अवसर पर मढई के असिस्टेंट डायरेक्टर अंकित जामोद तथा मढ़ई के रेंजर पी एन ठाकुर और बागरा बफर के रेंजर विजय बारस्कर डिप्टी डेंजर लाखन पटेल सदलबल मौजूद थे।
इस मौके पर पर्यटकों को तोहफे के रूप में पौधे भी भेंट किए गए
सहायक संचालक अंकित जामोद ने बताया कि सुबह सवेरे की साइटिंग में पर्यटकों को बाघ के दीदार भी हुए
इसके अलावा बायसन चीतल सांभर हिरण आदि आमतौर पर पर्यटकों को देखने को मिले ।
रेंजर पी एन ठाकुर ने बताया कि मुंबई भोपाल जबलपुर उज्जैन इंदौर आदि स्थानों से आए पर्यटकों ने पार्क का भ्रमण किया पार्क में स्वच्छंद विचरण करते हुए वन प्राणियों को देखकर पर्यटक बेहद प्रफुल्लित हुए
पर्यटकों ने नौकाओं से नौकायन का लुफ्त भी उठाया ।
उल्लेखनीय है कि सोहागपुर की मढई और चूरना अपनी बेमिसाल खूबियों के चलते अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर स्थापित हो चुकी है चूरना में 12 बारहसिंगों का बसेरा भी पर्यटकों के आकर्षण का एक बड़ा केंद्र है
जो भी पचमढ़ी घूमने आता है वह मढई और चूरना घूमना नहीं भूलता यहां भी सुबह शाम उगते डूबते सूरज के नैसर्गिक नजारे पर्यटकों का मन मोह लेते हैं
यहां पर आयातित प्रवासी पक्षियों के दीदार भी पर्यटकों को होतें है उड़न गिलहरी और सुर्खाब जैसे दुर्लभ पक्षी भी पर्यटकों को देखने को मिलते हैं ।
कुल मिलाकर बाघ के दीदार के साथ पर्यटकों का मढई भ्रमण रोमांचक और उत्साह वर्धक रहा ।