मिट्टी की कमी बनी सोहागपुर की प्रसिद्ध मटका सुराही के निर्माण में बाधक सरकारी भूमि मुहैया कराने की मांग को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सोंपा
मिट्टी की कमी के चलते नहीं बना पा रहे मटका एवं सुराही
मिट्टी उत्खनन हेतु शासकीय भूमि उपलब्ध कराने की मांग को लेकर प्रजापति समाज ने सौंपा ज्ञापन।
सोहागपुर।
प्रजापति समाज के लोगों ने मिट्टी के बर्तन बनाने के वंशानुगत कार्य को करने हेतु मिट्टी उत्खनन के लिए शासकीय भूमि उपलब्ध कराने की मांग को लेकर सोमवार को एक ज्ञापन एसडीएम बृजेंद्र कुमार रावत को सौंपा है। ज्ञापन के माध्यम से समाज के लोगों का कहना है कि मिट्टी की कमी के कारण नगर किसान एवं प्रसिद्ध का कारण रहे मिट्टी की सुराही एवं मो का निर्माण नहीं हो पा रहा है। मिट्टी की कमी के कारण अपने पैतृक रोजगार में हम सभी को समस्या आ रही है। जिससे हमारी आर्थिक हालात भी खराब हो रहे हैं। प्रजापति समाज के 160 से 170 परिवार के लोग वंशानुगत व्यवसाय को कर अपना लालन-पालन करते हैं। समाज के लोगों का कहना है कि मध्य प्रदेश गौण खनिज अधिनियम 1996 के नियम के तहत मिट्टी उत्खनन हेतु शासकीय भूमि का प्रदाय शासन कर सकता है। मांगी जा रही भूमि के खसरा एवं नक्शा भी ज्ञापन के साथ एसडीएम के समक्ष प्रस्तुत किए गए हैं। एसडीएम ने संबंधित भूमि की पटवारी से जांच उपरांत भूमि की उपलब्धता हेतु आश्वासन दिया है। ज्ञापन सौंपने वालों में कमलेश मालवीय यशवंत मालवीय मनमोहन प्रजापति लाल साहब जग्गू मूर्तिकार सहित अन्य लोग शामिल रहे। उल्लेखनीय है कि सोहागपुर नगर की पहचान पान , परमल एवं मिट्टी की सुराही से रही है। और आज वर्तमान में पान बरेजा की खेती करने वाले लोगों में भी कमी आई है तो वहीं मिट्टी की कमी के चलते मिट्टी के बर्तन बनाने का कारोबार भी दम तोड़ता हुआ नजर आ रहा है।