पर्यटन स्थली मढई के गेट खुले प्रबंधन ने पर्यटकों का किया स्वागत सफारी और वोटिंग भी चालू
मढई के गेट खुले पर्यटकों का प्रबंधन ने किया स्वागत तवानगर से परसापानी तक वोटिंग भी शुरू
तेंदुआ चीतल और बाईसन आदि वन्य प्राणियों के हुए
दर्शन
सोहागपुर। विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थली मडई के द्वार
1 अक्टूबर से खुल चुके हैं इसके साथ ही पर्यटकों का आगमन भी शुरू हो चुका है जिनका स्वागत सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के प्रबंधन ने मढई में किया ।
इस अवसर पर पर्यटकों के स्वागत हेतु एसडीओ संदेश माहेश्वरी और रेंजर श्री कालबेलिया स्टाफ सहित उपस्थित थे
इसी अवसर पर तवानगर से परसापानी तक वोटिंग भी शुरू हो चुकी है यहां पर बफर जोन के वन परीक्षेत्र अधिकारी श्री बारस्कर ने अपने सहयोगियों के साथ पर्यटकों का स्वागत किया उन्होंने बताया कि नाव से उतरने के बाद जंगल सफारी के लिए जिप्सी उपलब्ध है
कुल मिलाकर पिछले 4 महीनों बाद पर्यटकों के लिए कोर जोन फिर खुल चुका है वस्तुतः कोर एरिया में बाघ का रहवास होता है जबकि बफर जोन में उसकी भोजन सामग्री हिरण की चीतल आदि
बारहसिंघा के दीदार यहां से चूरना जाने पर होते हैं यहां पर उन्हें एक विशेष भाड़े में रखा गया है बाघ आदि दुर्लभ वन्य प्राणी मढई के अलावा चूरना में भी परिलक्षित होते हैं ।
बैराज बहरहाल आज मढई मे पर्यटकों का स्वागत के साथ प्रवेश हुआ
परसा पानी से बिनेका तक जंगल सफारी की व्यवस्था बनी हुई है यह बारिश में भी चालू थी ।