पंडित भगवत प्रसाद मुद्गल की स्मृति में श्री राम कथा का आयोजन 27 वां वर्ष ।
ब्रह्मलीन पंडित भागवत प्रसाद मुद्गल की स्मृति में अयोध्या निवासी आचार्य शांति श्रेया के श्री मुख से शंभू दरबार में जारी है श्री राम कथा ।
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सोहागपुर। हमारे जीवन का दर्शन राम गुण गाने से सफल होता है यह बात गत दिवस आचार्य शांति श्रेया ने शंभू दरबार में ब्रह्मलीन पंडित भागवत प्रसाद मुद्गल की स्मृति में चल रही श्री राम कथा महोत्सव में कहीं
उन्होंने कहा कि अच्छे स्थान पर भी दुराचारी और बुरे स्थान पर सद चरित्र लोग मिल जाते हैं
जैसे अयोध्या में सद चरित्र लोग है तो वहां पर मंथरा भी है और लंका में राक्षस प्रवृत्ति के लोग हैं तो वहां पर विभीषण जैसे संत भी हैं ।
विगत दिवस श्री राम सीता विवाह की कथा सुनाई गई आचार्य शांति श्रेया ने बताया कि जो भक्त राम सीता विवाह की कथा सुनते हैं उनके जीवन में मंगल ही मंगल होता है ।
उल्लेखनीय है कि अध्यात्म एवं सनातन संस्कृति पुनरुत्थान मंडल के संरक्षक पंडित मनमोहन मुद्गल के पिता ब्रह्मलीन पंडित श्री भागवत प्रसाद मुद्गल की स्मृति में विगत 27 वर्षों से प्रतिवर्ष 13 जनवरी से श्री राम कथा का आयोजन यहां होता आ रहा है
और जिसमें देशभर से पहुंचे हुए संत विद्वान राम कथा मर्मज्ञ यहां आमंत्रित किए जाते हैं जिनके श्री मुख से श्री राम कथा का श्रवण समूचा सोहागपुर और आसपास के ग्रामीण अंचलो से आए श्रद्धालु बड़ी तन्मयता से करते हैं
इन दिनों श्री राम कथा मुद्गल निवास पलाश परिसर में हो रही है।
ज्ञातव्य है कि स्वर्गीय पंडित भगवत प्रसाद मुदगल जी ने सर्वप्रथम सोहागपुर क्षेत्र में गांव गांव श्री राम कथा भजन मंडलों की स्थापना की थी यह परंपरा ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी जीवंत है