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कल आसमान में वीनस और जूपिटर के मिलन के रूप में दिखलाई पड़ा यह अद्भुत नजारा अब 12 अगस्त 2025 को दिखलाई पड़ेगा

वीनस और जुपिटर की  यह जोड़ी
    फिर अगस्त 2025 में बनेगी
2 मार्च की शाम सूर्यास्त के पश्चात दिखा आकाश में
    गुरु और शुक्र के मिलन का यह अद्भुत नजारा

वीनस जूपिटर के आमने सामने आने पर दिखा अद्भुत नजारा

सोहागपुर ।

एक सप्ताह के इंतजार के बाद कल 2 मार्च की शाम बृहस्पति से शुक्र के मिलन की घड़ी आखिरकार आ गई
सूर्यास्त के ठीक बाद पश्चिम आकाश में सौर परिवार के सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति की सबसे चमकते ग्रह शुक्र के साथ जोड़ी दिखलाई  पड़ी
राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त  विज्ञान संचारिका  सारिका घारू ने बताया कि इसे खगोलविज्ञान में कंजक्शन ऑफ वीनस एंड जुपिटर कहते हैं।

सारिका ने बताया कि सूर्य की परिक्रमा करते कि पिंडों को पृथ्वी से देखने पर कई बार इस प्रकार का कोण बनता है जिससे लगता है कि वे आपस में जोड़ी बना रहे हों, जबकि इनकी आपस में दूरी करोड़ो किमी रहती है।

वीनस की पृथ्वी से दूरी 20 करोड़ 39 लाख 90 हजार किमी होगी तो जुपिटर 86 करोड़ 45 लाख 21 हजार किमी होगा। इसमें वीनस माईनस 4 मैग्नीट्यूड से अधिक चमकदार दिखेगा तो जुपिटर माईनस 2.1 चमक के साथ इससे जोड़ी बना रहा होगा।

सारिका के अनुसार जोड़ी बनाते इन ग्रहों को बिना टेलिस्कोप की मदद से देखा जा सकेगा। 

अगर आपके पास सामान्य टेलिस्कोप है तो जुपिटर के दिखने वाले चार मून को भी देख पायेंगे।
विज्ञान संचालिका का कहना है कि चूकिये मत क्योंकि इन दोनो ग्रहो की जाड़ी फिर से बनते देखने के लिये मानसूनी मौसम में 12 अगस्त 2025 तक इंतजार करना होगा।

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