अवध में राम आए हैं कवि सम्मेलन संपन्न
पुण्य कर्मों का वरदान है बेटियां- कवि विनोद अनजान।
एक राम का नाम हजारों यमराजों पर भारी है– दिलीप नामदेव।
सोहागपुर।
अयोध्या में श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा आनंद उत्सव के गौरवशाली अवसर पर सोहागपुर के होटल वाटिका रामायण गार्डन परिसर में अंजनी नंदन ट्रेवल्स एंड मल्टी सर्विसेज सोहागपुर के द्वारा पलकमती साहित्य परिषद सोहागपुर के सहयोग से आयोजित अवध में राम आए हैं कवि सम्मेलन विधायक विजयपाल सिंह के मुख्य आतिथ्य एवं पंडित मनमोहन प्रसाद मुद्गल की अध्यक्षता में शनिवार को देर रात संपन्न हुआ। इस दौरान विशिष्ट अतिथियों के रूप में बुंदेली कवि पंडित राजेन्द्र सहारिया एवं नगर परिषद अध्यक्ष श्रीमती लता यशवंत पटेल मंचासीन रहे। कार्यक्रम के मुख्य सूत्रधार एवं पलकमती साहित्य परिषद अध्यक्ष अमित बिल्लौरे के द्वारा मंचासीन अतिथियों का स्वागत किया गया। आमंत्रित कवियों का तिलक लगाकर एवं उपवस्त्र भेंटकर सम्मान विधायक श्री सिंह एवं अन्य मंचासीन अतिथियों के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के आरंभिक चरण का संचालन वरिष्ठ कवि राजेश शुक्ला के किया गया। कार्यक्रम के प्रथम चरण में स्थानीय कवियों रवि नागेश जीवन दुबे संजय दीक्षित शैलेंद्र शर्मा प्रबुद्ध दुबे राजेश शुक्ला ने अपनी काव्य प्रस्तुति दी। दूसरे चरण का संचालन कुमार नितेश नैश ने किया। इस चरण में भरत खंडेलवाल माखन नगर, पवन सराठे इटारसी , विनीत नामदेव गाडरवारा , राहुल राय बनखेड़ी , विनोद अंजान अमरवाड़ा , जय कृष्ण चांडक हरदा , शिवांगी शर्मा भोपाल और पंडित राजेंद्र सहारिया के द्वारा अपनी काव्य रचनाओं की शानदार प्रस्तुति दी गई। शिवांगी के नर्मदा गीत एवं राम गीत की सभी ने मुक्त कंठ से सराहना करते हुए बधाई दी।
इस अवसर पर भाजपा नेता यशवंत पटेल नप उपाध्यक्ष आकाश रघुवंशी मुकेश मालवीय अभिषेक जैन नन्नू छाबड़िया मोंटू अग्रवाल अनिल गहरैया प्रशांत जायसवाल शारदेंदु चौधरी लखन चौरसिया मनोज गोलानी अनिल चौरसिया बंटी मिश्रा राकेश चौरसिया अखिलेश मालवीय राजेंद्र पालीवाल शिवकुमार पटेल शरद चौरसिया अमित साहू धनराज तिवारी राकेश सराठे , नितिन सूर्यवंशी , अश्विनी सरोज , अभिनव पालीवाल, मणिका बिल्लौरे , राजो मालवीय , चित्रा तिवारी , पूनम दुबे , संध्या नागवंशी , लज्जा सिंगारे शहर बड़ी संख्या में सुधि श्रोतागण मौजूद रहे।
इन्होंने पढी ये रचनाएं–
अब तो कुई के मन में
कुई के लाने प्रेम नहीं हां
और सब कछु है भरपल्ले
टैम नहीं हां।
राजेंद्र सहारिया
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राम ही है प्रार्थनाएं
राम ही गंगाजली
राम के आने से
घर-घर मन रही दीपावली
शिवांगी शर्मा प्रेरणा
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एक ही काम तक सबको ले आए हैं
अपने निज धाम तक सबको ले आए हैं
देखिए तो चमत्कार इस नाथ का
राम ही राम तक सबको ले आए हैं।
जय कृष्ण चांडक
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सभी पुरुषार्थ के पर्याय आठों याम बैठेंगे
रघुकुल की निभाने रीत चारों धाम बैठेंगे
गगन से पुष्प की वर्षा करेंगे देवता उस दिन
सिंहासन पर अवध में फिर से राजा राम बैठेंगे।
विनोद सनोडिया अनजान अमरवाड़ा
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जीवन है संग्राम बताकर चले गए
संघर्षो के नाम बताकर चले गए
रिश्ते नाते क्या होते हैं दुनिया में
रामायण में राम बताकर चले गए
पवन सराठे प्रबल
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राम नाम समता का , अद्भुत क्षमता का ,
श्वांस श्वांस चले अविराम नाम राम है।
सुखधाम बलधाम गुणधाम निष्काम शुभनाम शुभ परिणाम नाम राम है।
कुमार नितेश नैश
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साकार हर विचार हो रहा है
भगवामय संसार हो रहा है
इस पथ के हर अवरोध का
अब वध हो जाएगा
और कुछ वर्ष रुकिए फिर
मथुरा भी अवध हो जाएगा।
भरत खंडेलवाल
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