प्रदेश की पहली सोलर बोट का मढई में उद्घाटन। एपीसीसीएफ वाइल्डलाइफ कृष्णमूर्ति ने किया नवागत फील्ड डायरेक्टर राखी नंदा स्टाफ सहित रही उपस्थित। अब सोलर बोट से मढ़ई में जल विहार करेंगे पर्यटक पर्यावरण संरक्षण की दिशा में ठोस कदम
सोहागपुर. । मढ़ई इन दिनों नवाचारों के नित नए सोपान चढ़ता जा रहा है सतपुड़ा टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने पर्यावरण संरक्षण की खातिर सौर ऊर्जा से चलित नौका क्रय की है। जिसका गत दिवस उद्घाटन एपीसीसी वाइल्डलाइफ एल कृष्णमूर्ति ने किया इस अवसर पर सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की नवागत फील्ड डायरेक्टर राखी नंदा भी स्टाफ के साथ उपस्थित थी।
इस सोलर वोटका उपयोग पर्यटकों के जलविहार के लिए होगा अब पर्यटक बेआवाज सोलर बोट से मढ़ई तक पहुंचेंगे ध्वनि और वायु प्रदूषण मुक्त वातावरण पर्यटकों के लिए एक नई अनुभूति होगी
इसके साथ ही वन्य प्राणियों को भी देखने के अधिक अवसर पर्यटकों को मिलेंगे क्योंकि डीजल पेट्रोल चलित नौका की कर्कश आवाज से वन्य प्राणी सतर्क होकर आड़ ले लेते थे या फिर भाग जाते थे किंतु अब बेआवाज नौका पर्यटकों को वन प्राणियों को देखने के अधिक अवसर उपलब्ध कराएगी
मढ़ई रेंज ऑफिसर पीएन ठाकुर ने बताया कि सोलर बोट की सफल टेस्टिंग दक्षिण भारत से आए कंपनी
इंजीनियर्स ने की है।
। उल्लेखनीय है कि इस योजना पर श्री कृष्ण मूर्ति के फील्ड डायरेक्टर रहते हुए काम हुआ था पूर्व में भी इस वोट की टेस्टिंग की गई थी किंतु चार्जिंग की समस्या के चलते यह पर्यटकों के लिए उपलब्ध नहीं कराई जा सकी। आज इसकी टेस्टिंग वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में की गई और शीघ्र इसके लोकार्पण की औपचारिकताएं भी पूर्ण की जाएंगी
उल्लेखनीय है कि इसके भी पूर्व जंगल सफारी के लिए इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल की टेस्टिंग भी पूर्व फील्ड डायरेक्टर एल कृष्णमूर्ति के प्रयासों से यहां हो चुकी है। समझा जा रहा है कि निकट भविष्य में यहां पर इलेक्ट्रिक वाहन से घूमते नजर आएंगे फिलहाल प्रबंधन का प्रयास है कि ध्वनि और वायु प्रदूषण से मुक्त वातावरण और संसाधन पर्यटकों को मिल सके जिससे कई प्रकार के फायदे पर्यटकों को और वातावरण को होंगे ज्ञात्व्य है कि मानसून के दौरान सतपुड़ा टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने यह सोलर बोट खरीदी थी। पहली टेस्टिंग के दौरान इसमें चार्जिंग की समस्या आ रही थी जिसे बोट कंपनी के इंजीनियर द्वारा मढ़ई पहुंचकर सुधार दिया गया है । सहायक संचालक अंकित जामोद ने बताया कि लगभग 33 लाख रुपए की लागत से उक्त मोटर वोट खरीदी गई थी