भोपाल के तीन कथित पत्रकार पहुंचे जेल शोभापुर के एक व्यापारी से ठगे 2 लाख पुलिस ने कार सहित किए 2 लाख जप्त
शमा इलेक्ट्रॉनिक कंपनी के मालिक से तीन पत्रकारों ने ठगे 2 लाख
अधिमान्य पत्रकार भी बना आरोपी
6 लाख मांगे थे पुलिस के नाम पर
पुलिस और फरियादी पर भी उठ रही है उंगलियां
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सोहागपुर
पत्रकारिता जैसी जनहितकारी और जनकल्याणकारी विधा कुछ गलत लोगों के हाथों में आ जाने से चौथे स्तंभ पर भी ना सिर्फ सवाल उठने लगे हैं बल्कि विश्वसनीयता भी खत्म होने लगी है ।
ऐसी ही एक घटना सोहागपुर थाना क्षेत्र में घटी है जिसमें भोपाल के तीन तथाकथित पत्रकारों ने आकर अपनी कलाकारी का ऐसा प्रदर्शन किया की ₹2 लाखों रुपए ऐंठ लिए दबाव 6 और 5 लाख की लिए डालने की वजह से मामला पुलिस तक जा पहुंचा अन्यथा दो लाख तो फरियादी दे भी चुका था ।
इसी दो लाख की वजह से फरियादी और उसके साथ-साथ पुलिस पर भी अब उंगलियां उठने लगी हैं । क्योंकि अगर फरियादी कहीं से गलत नहीं था तो उसे दो लाख भी नहीं देने थे और उससे पहले पुलिस को सूचना दे देनी चाहिए थी
बहर हाल मिली जानकारी के मुताबिक सोहागपुर थाना क्षेत्र के शोभापूर में तीन पत्रकारों ने चोरी का माल खरीदने की बात कह कर पुलिस के नाम पर 6 लाख रुपए की मांग की और 2 लाख रुपए शमा इलेक्ट्रॉनिक कंपनी के मालिक जकी अंसारी उर्फ जैकी से ठग लिए। कथित पत्रकारों की कार्यप्रणाली पर संदेह होने पर जैकी अंसारी ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद एक नई कहानी उभर कर आई है। टीआई विक्रम रजक ने प्रेस नोट के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया जकी अंसारी ने ट्रक ड्राइवर शोएब अली से बिल्टी एवं बिल के आधार पर 23 बिजली के पोल खरीदे थे। जिसके एवज में जैकी ने 1लाख 37 हजार रुपए ट्रक ड्राइवर को दे दिए थे।
जकी के दोस्त जितेंद्र ने ड्राइवर शोएब अली से लोहे एवं प्लास्टिक की चादर जिसका मूल्य 7 हजार रुपए तय हुआ था ,शोएब को भुगतान किया था।
पत्रकार पहुंचे ब्लैकमेल करने #
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 6 नवंबर को शाम करीब 6 बजे जबकि अंसारी की शमा इलेक्ट्रॉनिक कंपनी शोभापुर में तीन व्यक्ति वाजिद खान, पवन सोनी एवं राजेश धाकड़ भोपाल से आए और अपने को दैनिक प्रदेश सत्ता का पत्रकार होना बताया ।
उक्त व्यक्ति जकी अंसारी की फैक्ट्री की वीडियोग्राफी करने लगे तब फरियादी जकी अंसारी ने यह पूछा कि यह आप लोग ये क्या कर रहे हो तो वाजिद खान, पवन सोनी एवं राजेश धाकड़ ने कहा तुमने चोरी का माल खरीदा है जिसकी रिपोर्ट थाना पथरोटा में दर्ज है ,अब तुम जेल जाओगे।
हम तुम्हारी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देंगे।
उक्त तीनों व्यक्तियों ने जकी अंसारी से पुलिस का वास्ता देकर 6 रुपए की मांग की और कहा हमारी अधिकारियों से बात हो गई है हम 5 लाख से कम नहीं लेंगे जकी अंसारी और जितेंद्र पूर्विया ने तीनों पत्रकारों से रुपयों का इंतजाम करने के लिए 1 दिन का समय मांगा था।
7 नवंबर सोमवार को उक्त तीनों पत्रकार सुबह 8:00 बजे फरियादी जकी अंसारी के कारखाने पहुंचे तथा उसे डराने धमकाने लगे पत्रकारों की धमकी में आकर जकी अंसारी ने डर कर वाजिद खान पवन सोनी और राजेश धाकड़ को 2 लाख रुपए दे दिए।
बाद में शक होने पर जकी अंसारी ने शोभापुर पुलिस चौकी प्रभारी एसआई वर्षा धाकड़ को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस ने संज्ञान लेकर मामले का खुलासा किया।
टीआई विक्रम रजक से मिली जानकारी के अनुसार सारथी जकी अंसारी की रिपोर्ट पर
पुलिस ने तीन पत्रकारों एक अखबार का खुद को संपादक बताने वाला भोपाल निवासी वाजिद खान, जिला ब्यूरो बताने वाला पवन सोनी तथा पिपरिया रिपोर्टर राजेश धाकड़ एवं ड्राइवर शोएब उर्फ इकबाल खान के खिलाफ भादवि की धारा 384, 420 एवं 120 बी के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है । टी आई ने बताया कि तीन आरोपियों को गिरफ़्तर कर पूछताछ के बाद न्यायालय पेश किया जहां से न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
कथित दैनिक समाचार पत्र का संपादक है आरोपी पत्रकार
मीडिया से चर्चा के दौरान थाना प्रभारी विक्रम रजक ने बताया कि कथित दैनिक समाचार पत्र का संपादक आरोपी पत्रकार वाजिद खान केवल दसवीं पास है। साथ ही सह संपादक बताने वाला पवन सोनी 11वीं एवं आरोपी राजेश धाकड़ की शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास है। पुलिस ने आरोपियों के पास से अखबार का नाम एवं पता लिखे कुछ आईडेंटिटी कार्ड बरामद किए हैं। इसके अतिरिक्त एक आईडी भी जप्त की है। हैरत की बात तो यह है कि दसवीं पास आरोपी वाजिद के पास से अधिमान्य पत्रकार का परिचय पत्र भी प्राप्त हुआ है जिस पर ऊपर मध्यप्रदेश शासन लिखा हुआ है साथ ही मोनो बना हुआ है। उक्त कार्ड पर तहसील स्तरीय अधिमान्य पत्रकार भी अंकित है। यदि वाकई वाजिद के पास से जो अधिमान्य पत्रकार का कार्ड बरामद हुआ है वह मध्यप्रदेश शासन द्वारा जारी किया गया है तो निश्चित रूप से यह शासन के लिए चिंता का विषय है क्योंकि इससे स्पष्ट है कि बिना शैक्षणिक योग्यता जांचे परखे इस प्रकार के लोगों की अधिमान्यता कार्ड शासन द्वारा बनाने का काम किया जा रहा है।
ट्रांसपोर्ट मालिक एवं पकड़े गए आरोपी में से 1 के बीच है चाचा भतीजे का रिश्ता :
पुलिस ने अड़ीवाजी के इस मामले में जिन तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया है। उनमें से एक आरोपी राजेश धाकड़ एवं गोल्डन ट्रांसपोर्ट इंदौर के मालिक सागर धाकड़ के बीच चाचा भतीजे का रिश्ता है। पुलिस के मुताबिक सागर ने ही चाचा राजेश को यह जानकारी दी थी कि उसके ट्रांसपोर्ट से भेजा गया माल मिसिंग है। साथ ही ट्रक में जो जीपीएस लगा है। उसके मुताबिक ट्रक इटारसी के पथरौटा ना पहुंचकर पहले ग्राम शोभापुर पहुंचा एवं उसके उपरांत वापस इटारसी के पथरोटा आकर खड़ा हो गया है।
पुलिस विवेचना में खुलेंगी परते :
पुलिस द्वारा भले ही इस मामले में विभिन्न धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया गया हो लेकिन अभी भी विवेचना में इस मामले से संबंधित कई परतें खुलने की संभावनाएं हैं। इन तीन आरोपियों के अतिरिक्त और लोग भी संदेह पुख्ता होने के उपरांत आरोपी बनाए जा सकते हैं। दरअसल चोरी का माल खरीदना भी अपराध की श्रेणी में ही आता है। अतः यदि पुलिस गंभीरता से विवेचना करें तो निश्चित रूप से स्वयं को ठगा महसूस करने वाला विद्युत कांट्रेक्टर जैकी पुलिस को इस मामले की सूचना देने के बाद फरियादी बन गया हो लेकिन उसने भी पहले चोरी का माल बिना बिल्टी एवं बिल देखे खरीदने का प्रयास किया था। इसके साथ ही पुलिस उस लिंक को भी प्रकाश में लाने का काम कर सकती है। जिससे ट्रक में इंदौर से लोड हुआ माल इटारसी के पथरोटा ना पहुंचकर ग्राम शोभापुर पहुंच गया। जहां इसका सौदा भी हो गया एवं 137000 रुपए की मोटी रकम भी दे दी गई। इस केस में ट्रक के ड्राइवर , कंडक्टर के साथ-साथ ट्रांसपोर्ट मालिक की भूमिका भी संदेही नजर आ रही है। हालांकि थाना प्रभारी विक्रम रजक ने आगामी विवेचना में अन्य बिंदुओं पर गहन जांच करने की बात कही है।
सफेद रंग की हुंडई कंपनी की कार एवं दो लाख रुपये भी जप्त :
पुलिस ने तीनों आरोपियों के पास से वह दो लाख रुपये बरामद किए हैं जो तीनों आरोपियों ने विद्युत कांट्रेक्टर जकी अंसारी उर्फ जैकी पिता मोहम्मद रमजानी अंसारी उम्र 42 साल निवासी बंजारी मोहल्ला शोभापुर से दवाब देकर मामले को रफा-दफा करने के लिए प्राप्त किए थे। इसके अतिरिक्त एक सफेद रंग की हुंडई कंपनी की ईऑन कार क्रमांक एमपी 04 सीव्ही 7640 भी जप्त की है। यह कार आरटीओ भोपाल में वाजिद खान पिता मोहम्मद वशीर खान उम्र 50 साल निवासी मकान नंबर 41 अहमद अली कॉलोनी ऐशबाग भोपाल के नाम से दर्ज है।