होली पर हुआ अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन कवि शरद व्यास हुए सम्मानित
स्वीप अभियान को समर्पित रचनाओं सहित कवियों ने पड़ी अन्य रचनाएं
“ओ अम्मा वोट डारन चलें, गली गांव अपने संवारन चलें”- कवि अमित बिल्लौरे
सोहागपुर।
होली पर्व पर देनवा गार्डन में बुधवार रात अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें कवियों ने मतदाता जागरूकता अभियान को समर्पित रचनाओं सहित अन्य रचनाओं की प्रस्तुति दीं। जिन्हें श्रोताओं व अधिकारियों ने भरपूर सराहा।
आयोजन गैलेक्सी पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल, देनवा लॉज एंड गार्डन, तनिष्का ज्वेलर्स तथा अंजनी नंदन ट्रैवल्स एंड मल्टी सर्विसेस ने किया। इस दौरान मतदाता जागरूकता गतिविधियां एसडीएम बृजेंद्र रावत, जनपद पंचायत सीईओ एसके अग्रवाल, तहसीलदार अलका एक्का, पीआई बृजेश तिवारी, नपाधिकारी संजय परसाई, स्वच्छ भारत मिशन अधिकारी स्वदेश प्रजापति, अमित मिश्रा, नपकर्मी प्रबुद्ध दुबे, प्रहलाद किरार, लक्ष्मीनारायण मालवीय, राजेश रघुवंशी, अनिल रघुवंशी, रणधीर रघुवंशी, हुकुमचंद मेहरा, पीसीओ गौरीशंकर मेहरा, ग्रापं सचिव गौतम रावत आदि की उपस्थिति में की गई। श्रोताओं को मतदान करने का संकल्प भी दिलाया गया।
किया साहित्य गौरव सम्मान
आयोजक मंडल से जुड़े अभय खंडेलवाल, अभिनय सोनी, कीर्ति दुबे, रत्नेश सोनी, सौरभ सोनी ने बताया कि सभी कवियों का आयोजक संस्थाओं की ओर से सम्मान किया गया। वहीं सोहागपुर के वरिष्ठ गीतकार शरद व्यास का आध्यात्मिक संत पं. मनमोहन मुदगल एवं बुंदेली कवि पं. राजेंद्र सहारिया के हाथों प्रशस्ति पत्र से साहित्य गौरव सम्मान कराया गया। इस दौरान श्रोता रूप में शहर के वरिष्ठजन, साहित्य प्रेमी एवं महिलाएं भी उपस्थित रहीं।
कवियों ने पढ़ी कविताएं
अभय खंडेलवाल ने बताया कि भरत खंडेलवाल माखन नगर, पवन सराठे इटारसी, संदीप मदन गुरु बुधनी, राहुल राय बनखेड़ी, विनोद अंजान अमरवाड़ा, रंजना गौतम चंदिया उमरिया, हरीश पांडे पिपरिया, आशीष सोनी गाडरवारा एवं शरद व्यास सोहागपुर ने ओज, हास्य, श्रृंगार, प्रेम एवं होली पर्व पर आधारित रचनाएं प्रस्तुत कीं। कवि अमित बिल्लौरे के मतदाता जागरूकता अभियान को समर्पित गीत “ओ अम्मा वोट डारन चलें, गली गांव अपने संवारन चलें” की अधिकारियों ने प्रशंसा की। एसडीएम रावत ने बताया कि नर्मदापुरम कलेक्टर सोनिया मीना ने भी स्वीप अभियान को समर्पित कार्यक्रम एवं रचनाओं की प्रशंसा की है। कार्यक्रम का संचालन पवन सराठे इटारसी ने किया। अभय खंडेलवाल, अभिनय सोनी, कीर्ति दुबे, रत्नेश सोनी, सौरभ सोनी ने श्रोताओं, कवियों व अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।
कवियों की पंक्तियां
1- ना चूड़ी ना बिंदी ना श्रृंगार दे,
हे जननी तू मुझको भी अवतार दे। (भ्रूण हत्या पर मार्मिक गीत)
-हरीश पांडे पिपरिया
2- मैं वो नदिया हूँ जो पहुँची है उमंगें लेकर, ये समंदर मेरे उत्साह को फ़ीका न करे।
-रंजना गौतम, चंदिया उमरिया
3- ऐसे रंग डालो कि तन मन तिरंगा हो जाये,
ऐसी भंग पीसो कि जन गण तिरंगा हो जाये,
मिले मौका तो मैं भी खेलूँ खून की होली,
पाऊँ शहादत और कफ़न तिरंगा हो जाये।
-आशीष सोनी, गाडरवारा
4- यदि बन अहिंसक अशोक अपने शस्त्र नही खोते,
तो अखंड भारत के खंड खंड नही होते।
-भरत खंडेलवाल, माखननगर
5- ओ अम्मा वोट डारन चलें, गली गांव अपने संवारन चलें।
-अमित बिल्लौरे सोहागपुर
6- मतदान से जरूरी नहीं कोई दूजा काज है।
स्वर्णीम भविष्य का ये सुनहरा आगाज़ है
-संदीप मदन गुरू, बुदनी
7- जीवन है संग्राम बता कर चले गए ।
कर्तव्यों के नाम बता कर चले गए।
रिश्ते नाते क्या होते हैं दुनिया में,
रामायण में राम बात कर चले गए।
-कवि पवन प्रबल, इटारसी
8- हम अपना फर्ज निभायेगें,
तुम अपना फर्ज निभाना,
हम तैनात ड्यूटी पर रहेगें ,
तुम भी वोट डालने आना।
-राहुल राय बनखेड़ी
9- सभी पुरुषार्थ के पर्याय आठों याम बैठे हैं,
रघुकुल की निभाने रीत चारों धाम बैठे हैं,
गगन से पुष्प की वर्षा किए थे देवता उस दिन,
सिंहासन पर अवध में फिर से राजाराम बैठे हैं।
-विनोद अंजान, अमरवाड़ा