खगोलविज्ञान को लोकप्रिय बनाने वाली सोहागपुर की सारिका घारू राज्य स्तरीय कार्यक्रम में राज्यपाल और मुख्यमंत्री द्वारा हुई सम्मानित प्रदेश की एकमात्र शिक्षक जिन्हें भारत सरकार के दो नेशनल अवार्ड मिले हैं ।
खगोलविज्ञान को लोकप्रिय बनाने वाली सोहागपुर की सारिका घारू राज्य स्तरीय कार्यक्रम में राज्यपाल और मुख्यमंत्री द्वारा हुई सम्मानित प्रदेश की एकमात्र शिक्षक जिन्हें भारत सरकार के दो नेशनल अवार्ड मिले हैं ।
सोहागपुर–विद्यार्थियों का भविष्य निर्माण थीम पर मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन गुरूवार को भोपाल में किया गया । जिसमें मुख्य अतिथि श्री मंगुभाई पटेल महामहिम राज्यपाल मंगू भाई पटेल तथा अध्यक्षता कर रहे मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के कर कमलों से मध्यप्रदेश में विज्ञान को विद्यार्थियों के साथ जन-जन तक पहुंचा रहीं सोहागपुर की सारिका घारू को भी सम्मानित किया गया
इस समारोह में वे राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित होने के लिये मध्यप्रदेश की ओर से सम्मानित की गई । इस समारोह में प्रदेश के राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों को सम्मानित किया गया ।
कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह के साथ प्रशासन अकादमी के महानिदेशक श्री जे एन कांसोटिया, स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ संजय गोयल, आयुक्त श्रीमती शिल्पा गुप्ता, आदिवासी विकास विभाग प्रमुख सचिव एवं आयुक्त डॉ ई रमेश कुमार सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे । कार्यक्रम का आयोजन आरसीव्हीपी नरोन्हा प्रशासन अकादमी भोपाल में किया गया ।
सारिका शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सांडिया जिला नर्मदापुरम में माध्यमिक शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं वे विज्ञान और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के विकास को बढ़ावा दे रही हैं। विद्यार्थियों को विज्ञान के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित करने साथ स्कूल से बाहर दूरदराज के क्षेत्र में खगोल वैज्ञानिक जागरूकता के काम करने के आधार पर प्रदेश में खगोलविज्ञान प्रसारक के रूप में विशिष्ट पहचान बनाई है ।
सारिका ने महामहिम राज्यपाल की पहल पर आरंभ किये गये सिकल सेल जागरूकता कार्यक्रम को अवकाश के समय मध्यप्रदेश के 15 से अधिक आदिवासी बहुल जिलों में करके विवाह पूर्व सिकलसेल कुंडली मिलाने जागरूक किया है ।
सारिका के मार्गदर्शन में 4 बच्चों को विज्ञान नवाचार के क्षेत्र में नेशनल अवार्ड मिल चुका है । कोविड के समय मध्यप्रदेश के 20 से अधिक जिलों में वैक्सीन के प्रति वैज्ञानिक सोच विकसित करने प्रत्यक्ष जाकर कार्यक्रम किये ।
गीतों एवं संगीत का उपयोग करके वे विज्ञान के कठिन टॉपिक को बच्चों के बीच रोचक बना रही हैं । इसके लिये 40 से अधिक टॉपिक पर वीडियो एल्बम भी तैयार किये हैं । सारिका ने स्वयं की ओर से अपने विद्यालय में दो लाख रूपये से अधिक व्यय करके सुसज्जित प्रयोगशाला तैयार की है जो कि किसी साइंस सेंटर की तरह है । सारिका निर्वाचन जागरूकता के लिये ब्रांड एम्बेसेडर के रूप में भी कार्य करती आ रही हैं ।
सारिका को भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय का विज्ञान संचार का नेशनल अवार्ड 2017 मिला है जो अब तक प्रदेश के किसी अन्य शिक्षक को प्राप्त नहीं हुआ है । इसके अलावा मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग का राज्य स्तरीय सम्मान 2022, मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद का नवाचारी शिक्षक सम्मान तथा भारत सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग का राष्ट्रपति सम्मान 2023 प्राप्त हो चुका है ।
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