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जनसुनवाई और खबरों को लेकरपार्षद धर्मदास बेलवंशी ने उठाये तीखे  सवाल

सोहागपुर । आमतौर पर जनसुनवाई आदि को लेकर खबरें तो प्रमुखता से प्रकाशित होती है किंतु प्राप्त आवेदनों पर क्या कार्रवाई हुई इसकी जानकारी पाठकों को और आम जनता को नहीं लग पाती क्योंकि वह खबरें छपती नहीं है ।कुछ इस तरह के तीखे सवाल पार्षद धर्मदास बेलवंशी ने गत दिवस सोशल मीडिया के माध्यम…

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स्व. प्रभाष जोशी की जयंती पर स्मृति विशेष।                    सोहागपुर आगमन के कारण आज भी याद किए जाते हैं प्रभाष जोशी

सोहागपुर । साहसिक पत्रकारिता और परंपरा के प्रतीक देश के प्रख्यात पत्रकार प्रभाष जोशी का कल 15 जुलाई को जन्म दिन था । देशभर में उन्हें इस अवसर पर श्रद्धा पूर्वक याद किया जाता है।  सोहागपुर-बाबई में प्रभाषजी अपने आगमन को लेकर हमेशा याद किए जाएंगे। दादा माखनलाल चतुर्वेदी की जन्म तिथि 4 अप्रैल 2007…

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देव ऋषि नारद मुनी की जयंती पर सरस्वती शिशु मंदिर में पत्रकार हुए सम्मानित

महर्षि नारद जयंती पर सरस्वती शिशु मंदिर में पत्रकार सम्मान समारोह में बोले महंत हरिकिशनदास  जनहित की पत्रकारिता सराही जाती है सोहागपुर। श्री ब्रह्मा के मानस पुत्र महर्षि नारद की जयंती पर शुक्रवार शाम सरस्वती शिशु मंदिर सोहागपुर में पत्रकार सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जिसमें अतिथियों के हाथों सोहागपुर क्षेत्र के समस्त कलमकारों का…

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नयनाभिराम नजारे और दुर्लभ तथा सामान्य वन प्राणी मन मोह रहे हैं पर्यटकों का जल्द ही बारहसिंगा भी नजर आएंगे मढई में

सोहागपुर।  पर्यटन स्थल मढई के नयनाभिराम नजारेऔर खुले वातावरण में स्वच्छंद विचरते और किल्लोल करते वन्य प्राणी यहां आए पर्यटकों का मन मोह रहे हैं जो भी इन दृश्यों को देखता है देखता ही रह जाता है… कहीं मादा भालू अपने शावक के साथ विचरती नजर आ रही है तो कहीं…. गर्मी से निजात पाने…

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हरदा की घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने बुलाई आवश्यक बैठक बैतूल और भोपाल से राहत और बचाव दल हरदा पहुंचे

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने तत्काल घटना का संज्ञान लेते हुए मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह, एसीएस श्री अजीत केसरी, डीजी होम गार्ड श्री अरविंद कुमार हेलीकॉप्टर से जाने के निर्देश दिए…. भोपाल, इंदौर में मेडिकल कालेज और एम्स भोपाल में बर्न यूनिट को आवश्यक तैयारी करने को कहा…. इंदौर, भोपाल से फायर ब्रिगेड की…

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पत्रकार महबूब खान पाशा को पितृ शोक नहीं रहे बिड़ी मजदूरों की लड़ाई लड़ने वाले नूर खान पटेल

समाजसेवी एवं जनप्रतिनिधियों ने शोक व्यक्त किया सोहागपुर ।पत्रकार महबूब खान पासा, अय्यूब ,अजमल,अजहर पठान  के पिता श्री नूर खान पटेल का गत दिवस निधन हो गयाजिनका अंतिम संस्कार स्थानीय कब्रगाह में किया गया पत्रकारो साहित्यकारों सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने श्री नूर खान के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है ।  वरिष्ठ पत्रकार हीरा…

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अमित बिल्लौरे बने अ.भा साहित्य परिषद के प्रांत सह मीडिया प्रभारी

सोहागपुर। अखिल भारतीय साहित्य परिषद की नर्मदापुरम व हरदा जिले की संयुक्त बैठक गत दिनों इटारसी के संस्कार मंडपम गार्डन में संपन्न हुई। बैठक में संगठन के प्रांतीय महामंत्री आशुतोष शर्मा जी ने आगामी समय में समूचे मध्य प्रदेश में प्रस्तावित परिषद के जिला सम्मेलनों सहित आगामी अन्य योजनाओं की जानकारी दी। इस दौरान पलकमती…

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” स्वर्गीय कवि स्वतंत्रता सेनानी प्रहलाद पांडेय ” शशि”(बेतूल म.प्र .) 10 जनवरी १९१५ को खातेगांव( इंदौर) मे जन्मे”शशिजी” ने किशोरावस्था सेही राष्ट्रीय मुक्ति संघर्ष के लिए कलम युद्ध आरंभ कर दिया था देश प्रेम के ही कारण उन्हे अंग्रेजो का कोपभाजन बनना पडा |उनके चर्चित काव्य संग्रह |” विद्रोहणि ” और ” तूफान “अंग्रेज शासन के विरुद्ध एक बयान के रुप मेँ प्रकाशित हुए थे |” अल्प आयु मेँ ही अभिनंदनीय हो जाने वाले शशि जी की प्रतिभा का प्रथम मूल्यांकन ” उसी समय हो चुका था जब उन्हे १९३४ मे संपन्न “अखिल भारतीय संपादक सम्मेलन ” के अंतर्गत आयोजित एक कवि सम्मेलन मेँ ” श्रेष्ठ कवि” के रुप मे ” साहित्य देवता स्वर्गीय दादा माखनलाल चतुर्वेदी द्वारा पुरस्कृत और सम्मानित किया गया था | उस समय सिर्फ 19 साल के थे”|1952 मेँ शशि जी स्थाई रुप से बेतूल आए और कई पत्र पत्रिकाओं के संपादन के जरिए साहित्यिक वातावरण के निर्माण मेँ जुट गऐ |एक सच्चे साहित्यकार के रुप मेँ उन्होने पीड़ा , व्यथा और निर्धनता को स्यंव भोगा था |” शशिजी ” की अन्य रचनाएँ “————**—-विद्रोहिणी ओर तूफान के अलावा उनकी अन्य लोकप्रिय रचनाओं मे ” ताज महल होटल मे रंगरेलियाँ”” राय बहादुर” कलम का सोदा ” “पाखंड भवन” खतरे की घंटी” तथा” सेठों के षड़यंत्र ” काफी लोकप्रिय हुई है| ” एक सच्चे कवि ओर साहित्यकार के रुप मेँ पीड़ा, व्यथा ,अभाव ,ओर निर्धनता को आजीवन भोगने वाले ” स्वतंत्रता सेनानी “शशि” जी का निधन आठ सितम्बर 1976 को हो गया | ” देश प्रेम का इस से बडा उदाहरण भला और क्या होगा कि उन्होने मृत्यु से पूर्व ” जन-मन-गण ” सुनने की इच्छा व्यक्त की थी | ओर उनकी इस अंतिम इच्छा को पूर्ण किया था उनकी पत्नी प्रियंबदा बाई पांडे पुत्री रचना और पुत्र छुटका ने | ” ऐसे उदाहरण विरले ही मिलते है |प्रणाम शत प्रणाम बारंबार प्रणाम आपको अनंत प्रणाम |” तूफान की चार पंक्तिया”” योग्य समय का तुझे निमंत्रणजिसे आज पहचान चला मेंअपनी गति मे लिए युगांतरलो रोको ” तूफान ” चला मै****

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कवि, पत्रकार स्वर्गीय अतुल दुबे स्मृति व्याख्यान माला एवं काव्य गोष्ठी संपन्न

अतुल दुबे स्वतंत्र व्यक्तित्व के धनी थे : पूर्व सहायक निदेशक दुबे साहित्य के मंच पर स्व दुबे का किया स्मरण कवियों ने सुनाई रचनाएं सोहागपुरअतुल दुबे स्वतंत्र व्यक्तित्व के धनी थे। उन्हें किसी की गुलामी पसंद नहीं थी इसलिए पत्रकारिता के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते थे। उक्त बात रक्षा मंत्रालय के पूर्व सहायक…

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आज शाम का चांद है कुछ खास

आदिकाल से कालगणना के लिये चुना है सूरज और चांद कोप्रकृति की घड़ी हैं चांद और सूरज -सारिका घारू विभिन्न धर्मो में आमतौर पर त्यौहारों के आयोजन की तिथि चंद्रमा, नक्षत्र या सूर्य की आकाश में स्थिति से निश्चित की जाती है । मुस्लिम धर्म में खुशियां मनाने वाला त्यौहार ईद उल फितर भी अमावस्या…