सोहागपुर की 150 वर्षीय पुरातन कन्याशाला आज भी दे रही निर्धन बालिकाओं को निःशुल्क शिक्षा प्रतीक चिन्ह अनावरण के साथ समर कैंप का हुआ शुभारंभ

सोहागपुर। नगर की शैक्षणिक एवं सामाजिक पहचान बन चुकी मित्र कन्या शाला ने अपनी 150वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में प्रतीक चिन्ह का अनावरण एवं समर कैंप का शुभारंभ भव्य आयोजन के साथ किया। नगर परिषद अध्यक्ष लता यशवंत पटेल ने इस अवसर पर कहा कि “यह शाला न केवल इतिहास का गौरव है, बल्कि आज भी निर्धन बालिकाओं को निःशुल्क शिक्षा देकर उनके समग्र विकास में सहायक बन रही है।”
शाला प्राचार्य डॉ. संजीव शुक्ला ने बताया कि मित्र कन्या शाला की स्थापना वर्ष 1875 में भोपाल रियासत की तत्कालीन बेगम के आग्रह पर फ्रेंड्स फॉरेन मिशन एसोसिएशन द्वारा की गई थी। प्रतिनिधि चार्ल्स गायफार्ड एवं हैरियट मेंडर ने मात्र 11 बालिकाओं से इस मिशन की शुरुआत की थी। तभी से यह शाला निरंतर समाज के सहयोग से निर्धन बालिकाओं के लिए निःशुल्क शिक्षा का माध्यम बनी हुई है।

कार्यक्रम की शुरुआत छात्राओं द्वारा अतिथियों के स्वागत से हुई। इसके बाद 150वें स्थापना वर्ष के प्रतीक चिन्ह का अनावरण नगर परिषद अध्यक्ष लता पटेल, आर्ट गैलरी संचालक देशना अभिषेक जैन, सिरेमिक आर्टिस्ट रूपाली जैन, वरिष्ठ प्रतिनिधि स्टेला मसीह एवं प्राचार्य डॉ. शुक्ला की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया।
समर कैंप की कड़ी में अंगदानी स्व. अनमोल स्मृति आर्ट गैलरी के सहयोग से आयोजित आर्ट एवं क्राफ्ट कार्यशाला में देशना जैन ने छात्राओं को रचनात्मक कलाओं की बारीकियां समझाईं और उन्हें प्रेरित किया। इस दौरान प्रभारी सोनाली यादव, कृतिका यादव, खुशबू साहू, प्रियांशी यादव एवं कंचन ठाकुर द्वारा तैयार की गई विशेष कैंप किट अतिथियों के हाथों वितरित की गई।

शाला की ऐतिहासिक उपलब्धि के अवसर पर वर्ष भर विविध कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की जाएगी, जिनमें विदेशी मित्र प्रतिनिधियों का सम्मेलन, शैक्षणिक व्याख्यान, पूर्व छात्र सम्मेलन आदि शामिल हैं।
कार्यक्रम में शिक्षिकाएं गुड़िया रघुवंशी, शहनाज खान, तनु आरसे, अफसाना शाह सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे। अंत में आभार प्रदर्शन शिक्षिका सुनीला मसीह ने किया।