मढ़ई में वन बल प्रमुख असीम श्रीवास्तव ने किया इको टूरिज्म व सुरक्षा उपकरणों का लोकार्पण” सम्मानित किए गए बाघ से साथियों की जान बचाने वाले साहसी चौकीदार


सोहागपुर।
वन एवं वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में एक नई पहल करते हुए प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री असीम श्रीवास्तव ने मड़ई स्थित सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में आयोजित ‘वन एवं वन्यजीव प्रबंधन परिचर्चा’ कार्यक्रम में सहभागिता की। इस अवसर पर उन्होंने अधिकारियों, कर्मचारियों, नेचर गाइड्स, ड्राइवर्स व फील्ड स्टाफ को इको टूरिज्म के माध्यम से स्थानीय समुदायों के सामाजिक-आर्थिक विकास और संरक्षित क्षेत्रों के वैज्ञानिक प्रबंधन के महत्व को समझाया।

कार्यक्रम के दौरान श्री श्रीवास्तव ने सामान्य वन मंडल नर्मदापुरम अंतर्गत वन धन केंद्र डूंडादेह द्वारा निर्मित शुद्ध प्राकृतिक शहद को ‘वाइल्ड सतपुड़ा वैली हनी’ ब्रांड नाम से लॉन्च किया और वहां उपस्थित स्वयं सहायता समूह के सदस्यों का उत्साहवर्धन किया।

इसके साथ ही, श्री श्रीवास्तव ने बाघों की पहचान के लिए तैयार की गई ‘टाइगर मॉनिटरिंग बुक’ का भी विमोचन किया। फील्ड स्टाफ की बहादुरी की सराहना करते हुए उन्होंने श्री रामदास ईवने एवं श्री हल्के उइके को अपने साथी कर्मचारी की जान बचाने के साहसिक कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र एवं ₹10,000 की प्रोत्साहन राशि प्रदान की।

वनकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु भविष्य में गश्ती दल को विशेष रूप से तैयार की गई स्मार्ट स्टिक प्रदान की जाएगी, जो अलार्म, इलेक्ट्रिक शॉक व एलईडी टॉर्च से लैस होगी।

इको टूरिज्म से जुड़े गाइड्स, ड्राइवर्स और फील्ड स्टाफ के कौशल विकास हेतु मड़ई पर्यटन केंद्र में लाइब्रेरी का भी श्री श्रीवास्तव द्वारा उद्घाटन किया गया।

इस महत्वपूर्ण अवसर पर मुख्य वन संरक्षक नर्मदापुरम श्री अशोक कुमार, क्षेत्र संचालक सतपुड़ा टाइगर रिजर्व श्रीमती राखी नंदा, वनमंडल अधिकारी श्री मयंक सिंह गुर्जर सहायक संचालक अंकित जामोद एस डी ओ रचना शर्मा रेंजर पी एन ठाकुर सहित वन विभाग नर्मदापुरम के अधिकारी, कर्मचारी एवं इको टूरिज्म स्टाफ बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
यह आयोजन सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में वन्यजीव संरक्षण, फील्ड स्टाफ की सुरक्षा और समुदाय आधारित पर्यटन को नई दिशा देने की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल के रूप में देखा जा रहा है।