बरसात में बना जल संकट: स्टेट हाईवे और मोहल्लों में दो फीट पानी, जिम्मेदार बेखबर नाला निर्माण के वर्क ऑर्डर जारी, पर ज़मीन पर नहीं दिखा काम – छात्र-छात्राएं सबसे अधिक प्रभावित

सोहागपुर।
नगर में लगातार हो रही बारिश ने एक बार फिर नगरीय व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर कर दिया है। स्टेट हाईवे स्थित प्राचीन शिव-पार्वती मंदिर के पास का मोड़ और वाटिका गार्डन के सामने का क्षेत्र भारी जलभराव से जूझ रहा है। समुचित जल निकासी न होने के कारण यहां दो से ढाई फीट तक पानी जमा हो गया है, जिससे राहगीरों, खासकर स्कूल जाने वाले बच्चों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
स्थिति यह है कि तेज बारिश के दौरान लोग घुटनों से ऊपर तक भरे पानी से होकर निकलने को मजबूर हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता से समस्या और भी गंभीर हो गई है।

टेंडर और वर्क ऑर्डर सिर्फ कागज़ों में
जल निकासी के लिए नाला निर्माण कार्य के टेंडर और वर्क ऑर्डर तो पहले ही जारी किए जा चुके हैं, लेकिन बारिश शुरू होने के बावजूद ज़मीनी स्तर पर कोई काम नहीं हुआ है। जो कार्य वर्षा ऋतु शुरू होने से पहले पूरे हो जाने चाहिए थे, वे अब तक प्रारंभ भी नहीं हो सके।

प्रशासन पर तंज: “पलकमती देख लें तो जलभराव भी देख लें”
स्थानीय नागरिकों ने तंज कसते हुए कहा कि पलकमती नदी में निर्माण कार्य की देखरेख से यदि जिम्मेदार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को फुर्सत मिल जाए, तो शायद वे शहर की जलभराव समस्या की ओर भी ध्यान दे पाएं।
कोर्ट चौराहा से पलकमती पुल तक झील जैसे हालात
पलकमती नदी पुल और कोर्ट चौराहा के बीच का क्षेत्र भी जलभराव से प्रभावित है। नगर परिषद द्वारा कायाकल्प योजना के तहत बनाई गई सीमेंट सड़क और उस पर किए गए डामरीकरण के बावजूद यहां पानी भरने की स्थिति बनी हुई है। झील जैसी स्थिति में सड़क पूरी तरह पानी में डूबी रहती है, जिससे आवागमन प्रभावित है।

स्थानीय जनता की मांग है कि जलभराव की स्थायी समस्या का तुरंत समाधान निकाला जाए और ज़िम्मेदार अधिकारी इस दिशा में ठोस कदम उठाएं।
।इनका कहना है कि
शहर में कुछ स्थानों पर जल भराव की समस्या मेरे संज्ञान में है। मैं कल ही उक्त स्थानों का निरीक्षण करूंगा और समस्या के निराकरण हेतु जो भी संभव प्रयास होंगे वह किए जाएंगे।
धर्मेंद्र शर्मा
सीएमओ
सोहागपुर