प्रिंस कसेरा के साथ आंतरिक मूल्यांकन में भेदभाव! टॉपर छात्र को जानबूझकर दिए गए कम अंक, अभिभावक ने निष्पक्ष जांच की उठाई मांग

सोहागपुर, । सेंट पेट्रिक्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सोहागपुर में अध्ययनरत कक्षा 10वीं के छात्र प्रिंस कसेरा, जो कि स्कूल का टॉपर है, के साथ आंतरिक मूल्यांकन में भेदभावपूर्ण रवैया अपनाए जाने का गंभीर मामला सामने आया है।
छात्र के पिता श्री जगदीश प्रसाद कसेरा (UMT), जो कि पीएम श्री शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कमटी रंगपुर में कार्यरत हैं, ने स्कूल प्राचार्य को लिखे एक पत्र में आरोप लगाया है कि उनके पुत्र को Internal Assessment में जानबूझकर अत्यंत कम अंक प्रदान किए गए हैं।
उन्होंने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि जब इस संबंध में विषय-शिक्षकों से चर्चा की गई तो उन्होंने छात्र की उत्कृष्टता को स्वीकार करते हुए बताया कि प्रिंस कसेरा को प्रत्येक विषय में पूर्णांक (Full Marks) दिए गए हैं। इसके बावजूद अंतिम मूल्यांकन में अंक घटे हुए दिखाई दे रहे हैं, जो अत्यंत चिंताजनक है।
श्री कसेरा ने स्कूल प्रबंधन से इस गड़बड़ी की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए चेतावनी दी है कि यदि समय रहते न्याय नहीं मिला, तो वे मामले को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE), स्थानीय सांसद, विधायक एवं मीडिया के समक्ष उठाने के लिए विवश होंगे।
उन्होंने कहा कि यह मामला केवल एक छात्र की बात नहीं है, बल्कि शैक्षणिक प्रणाली की पारदर्शिता और छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है। छात्र प्रिंस इस घटना से मानसिक रूप से आहत है और अपने भविष्य को लेकर चिंतित है।
यह प्रकरण शिक्षा जगत के लिए एक चेतावनी है कि छात्रों के मूल्यांकन में पारदर्शिता और निष्पक्षता सर्वोपरि होनी चाहिए, अन्यथा इससे न केवल छात्रों का मनोबल गिरता है, बल्कि पूरे शैक्षणिक संस्थान की विश्वसनीयता पर भी प्रश्नचिह्न लग जाता है।