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जारी है अभियान: टाइगर रातापानी। गुढ़ला, गौरा, शुक्करवाड़ा में हाथियों से सर्चिंग शुरू।                                  दो हाथी, तीन ड्रोन और सात पैदल गश्ती दलों के साथ 92 कर्मचारी तैनात

📍 सोहागपुर, मप्र |

रातापानी वन क्षेत्र से नर्मदा नदी पार कर टाइगर अब सोहागपुर सामान्य वन परिक्षेत्र में सक्रिय है। लगभग 25 दिनों से तहसील माखन नगर के अंतर्गत गुढ़ला, गौरा, शुक्करवाड़ा एवं आसपास के गाँवों में बाघ की उपस्थिति ने लोगों में भय का माहौल बना रखा है।

👉 ट्रैकुलाइज (बेहोश कर पकड़ने) की प्रक्रिया के लिए विभागीय अनुमति मिलते ही सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत हाथियों की मदद से गश्ती, ड्रोन कैमरे, डॉग स्क्वाड, तथा पैदल गश्ती दलों के माध्यम से बाघ की तलाश जारी है।

📊 अभियान में लगे संसाधन:

🐘 2 हाथी

🚶‍♂️ 7 पैदल गश्ती दल

🛰️ 3 ड्रोन कैमरे

🐕 डॉग स्क्वाड

👮 कुल 92 कर्मचारी, विभिन्न टुकड़ियों में तैनात

📍 अभियान क्षेत्र:

गुढ़ला, गौरा, शुक्करवाड़ा, धानसी, कढैया सहित नालों व जंगल क्षेत्रों में सतपुड़ा टाइगर रिज़र्व एवं सामान्य वनमंडल के संयुक्त कर्मचारियों द्वारा सघन सर्चिंग की जा रही है।

🗣️ एसडीओ (सामान्य), रचना शर्मा ने जानकारी दी कि बाघ अब तक ट्रेस नहीं हो पाया है, लेकिन खोज अभियान लगातार जारी रहेगा।

📢 ग्रामीणों को सतर्कता की अपील:

ग्राम पंचायतों में मुनादी करवाकर ग्रामीणों को सतर्क रहने की समझाइश दी गई है। साथ ही बाघ के रेस्क्यू ऑपरेशन से संबंधित दिशा-निर्देश भी साझा किए जा रहे हैं।

⚖️ भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 भी उक्त क्षेत्र में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी द्वारा लागू कर दी गई है।

🔁 सीहोर वनमंडल से समन्वय:

नर्मदा के उस पार सीहोर सामान्य वनमंडल से संपर्क कर वहाँ भी बाघ की निगरानी की जा रही है।

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