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आवारा कुत्तों के हमले में चीतल की मौत पोस्टमार्टम के बाद किया अंतिम संस्कार                                     पहले भी हो चुकी है घटनाएं ।    पुनरावृत्ति रोकने के लिए उठाने होंगे ठोस कदम

सोहागपुर | सतपुड़ा टाइगर रिजर्व मढ़ई के अंतर्गत वन ग्राम सारंगपुर में शुक्रवार रात आवारा कुत्तों ने एक 7 वर्षीय नर चीतल पर हमला कर दिया। हमले में चीतल की मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना ग्राम सारंगपुर स्थित एक होटल के पास हुई।

एसडीओ अंकित जामोद ने बताया मढ़ई से लगे जंगलों में चीतल की संख्या अच्छी है। रात के समय एक चीतल गांव के पास आ गया। वहां मौजूद आवारा कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया।

शनिवार को डॉक्टर गुरु दत्त शर्मा, वन विभाग के अधिकारी और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में मृत चीतल का पोस्टमार्टम किया गया इसके बाद अंतिम संस्कार किया गया।

इसअवसर पर बफर के रेंजर दुर्गेश बिसेन, डिप्टी रेंजर  मनोहर शर्मा वनपाल नरेंद्र परतें नाकेदार उमरे आदि उपस्थित थे।

यहां यह  उल्लेखनीय है कि सारंगपुर में पहले भी कई चीतल आवारा कुत्तों के हमले में मारे जा चुके हैं।

गांव के पास स्थित होटलों से निकलने वाले अपशिष्ट पास ही फेंक दिए जाते हैं।

इन्हें खाने के लिए बड़ी संख्या में आवारा कुत्ते वहां जमा रहते हैं। इसी कारण चीतलों पर हमले की घटनाएं बढ़ रही हैं।इसके अलावा भोजन की खुशबू तक वन्य प्राणियों को आकर्षित करती है ।

यही कारण है कि इत्र आदि के उपयोग से भी पर्यटकों को मना किया जाता है।

एक सवाल के जबाब में बफर के रेंजर दुर्गेश बिसेन ने बताया कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इस सिलसिले में उन्होंने संबंधित ग्राम पंचायत को पत्र लिखा है।

जबकि हकीकत यह है कि सारंगपुर में कई होटल और रिसोर्ट है और आसपास कई गांव और खेत भी तथा स्वाभाविक रूप से खेतों की रखवाली करने के लिए कुत्ते भी   स्पष्ट है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं रोकी जा सकती।

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